Sansadiya LoktantraUP Rashtrapati Istifa Vishleshan : “संसदीय लोकतंत्र की पीड़ा: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफ़े की संवैधानिक पड़ताल”
📰 परिचय (Introduction):Sansadiya LoktantraUP Rashtrapati Istifa Vishleshan
भारत के उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने भारतीय संसदीय लोकतंत्र में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह न केवल एक संवैधानिक पद से इस्तीफा है, बल्कि एक राजनीतिक संकेत भी है जो देश की विधायिका और कार्यपालिका के बीच संबंधों को दर्शाता है।
The Hindu के संपादकीय “Agony of Exit: On the resignation of Jagdeep Dhankhar” में इस पूरे घटनाक्रम की संवैधानिक और राजनीतिक व्याख्या की गई है।
🧾 संपादकीय सारांश (Editorial Summary in Hindi):
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपना पद अचानक छोड़ा, जिससे राज्यसभा के संचालन और निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।
यह इस्तीफा संसद में सरकारी हस्तक्षेप और पक्षपात की भावना को दर्शाता है।
लेख में बताया गया कि कैसे उपराष्ट्रपति को संविधान के तहत एक तटस्थ और निष्पक्ष पद माना जाता है।
उनका यह निर्णय एक संकेत हो सकता है कि न्याय और निष्पक्ष संवाद की अब कोई गुंजाइश नहीं बची है।
यह संसदीय लोकतंत्र की कमजोरी और संस्थानों की गिरावट को उजागर करता है।
📜 भारतीय संविधान से संबंधित बिंदु (Constitutional Points):
अनुच्छेद | विषय |
---|---|
Article 63 | भारत के उपराष्ट्रपति का प्रावधान |
Article 64 | उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होंगे |
Article 67 (b) | उपराष्ट्रपति अपने पत्र द्वारा राष्ट्रपति को त्यागपत्र दे सकते हैं |
Article 122 | संसद की कार्यवाही पर न्यायालय में प्रश्न नहीं उठाया जा सकता |
👉 संवैधानिक दृष्टिकोण से, उपराष्ट्रपति का कार्य निष्पक्ष रहकर राज्यसभा का संचालन करना होता है। इस्तीफा देना उनके असंतोष या संस्थागत दबाव की ओर संकेत करता है।
🔑 मुख्य विषय (Key Topics):
भारत का उपराष्ट्रपति पद
राज्यसभा की कार्यप्रणाली
इस्तीफा और संवैधानिक प्रक्रिया
तटस्थता बनाम पक्षपात
संसदीय लोकतंत्र की गिरती गुणवत्ता
संविधान के अनुच्छेद 63, 64 और 67(b)
📘 Hard Word Meaning (English to Hindi):
Word | Meaning in English | अर्थ (हिंदी में) |
---|---|---|
Agony | Extreme pain or suffering | वेदना / पीड़ा |
Exit | Leaving a position or role | प्रस्थान / इस्तीफा |
Impartial | Not biased or prejudiced | निष्पक्ष |
Precedent | Previous example or model | पूर्व उदाहरण / दृष्टांत |
Undermining | Weakening or sabotaging | कमजोर करना / गिरावट लाना |
Legislative | Related to law-making | विधायी |
Erosion | Gradual destruction or loss | क्षरण / गिरावट |
Accountability | Responsibility and answerability | जवाबदेही |
🧠 MCQs for Practice (UPSC/SSC/UPPSC/RAILWAY)
Q1. भारतीय संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति किस सदन का सभापति होता है?
A) लोकसभा
B) राज्यसभा
C) विधानसभा
D) विधानपरिषद
🟢 Answer: B) राज्यसभा
Q2. उपराष्ट्रपति अपना त्यागपत्र किसे देते हैं?
A) प्रधानमंत्री को
B) लोकसभा अध्यक्ष को
C) राष्ट्रपति को
D) राज्यसभा सचिवालय को
🟢 Answer: C) राष्ट्रपति को
Q3. उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित किया गया है?
A) Article 62
B) Article 64
C) Article 67(b)
D) Article 69
🟢 Answer: C) Article 67(b)
Q4. ‘Agony of Exit’ संपादकीय किस विषय पर आधारित है?
A) लोकसभा चुनाव
B) राष्ट्रपति चुनाव
C) उपराष्ट्रपति का इस्तीफा
D) प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा
🟢 Answer: C) उपराष्ट्रपति का इस्तीफा
Q5. The Hindu संपादकीय के अनुसार, उपराष्ट्रपति का इस्तीफा किसकी कमजोरी को दर्शाता है?
A) न्यायपालिका की
B) कार्यपालिका की
C) संसदीय लोकतंत्र की
D) राज्य सरकार की
🟢 Answer: C) संसदीय लोकतंत्र की
📍 निष्कर्ष (Conclusion):
जगदीप धनखड़ का इस्तीफा सिर्फ एक संवैधानिक प्रक्रिया नहीं है, यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक गंभीर चेतावनी है। जब उच्च संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्ति राजनीतिक और संस्थागत दबाव के कारण त्यागपत्र देते हैं, तो यह पूरे लोकतंत्र की नींव को हिला देता है।
ऐसे समय में हमें लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता, निष्पक्षता और उत्तरदायित्व पर गहन चिंतन करने की आवश्यकता है।